* मुरली कविता दिनांक 23.2.2019 *

निराकार शिव की बायोग्राफी औरों को सुनाओ
हीरे तुल्य शिव जयन्ती का अर्थ सबको बताओ
शिवबाबा ही आकर आत्मा रूपी दीपक जगाते
इसी कारण हम शिव जयन्ती धूमधाम से मनाते
पूछो दुनिया वालों को शिव कब धरा पर आया
आकर उसने धरती पर कौनसा कर्तव्य निभाया
धूमधाम और उमंग से तुम शिवजयन्ती मनाओ
देवताओं की बायोग्राफी मन्दिर जाकर सुनाओ
ज्ञान घृत से आत्मा रूपी दीपक रखो जलाकर
सबको प्रकाश में लाओ अज्ञान अंधेरा मिटाकर
श्रेष्ठ स्मृति के द्वारा ही वायुमण्डल श्रेष्ठ बनाओ
सबका सहयोग करके तुम विश्व प्रिय बन जाओ
धारण कर लो अपनी अचल स्थिति का आसन
तभी मिलेगा तुम्हें सारे विश्व का राज्य सिंहासन
*ॐ शांति*